लोक गठबंधन पार्टी ने बुलंदशहर पुलिस अधिकारी की हत्या की निंदा की

अर्बन मीरर समवाददाता

लखनऊ 04 दिसंबर: लोक गठबंधन पार्टी (एलजीपी) ने आज कुछ जानवरों के शवों के पाये जाने के बाद अतिवादी संगठनों और गो रक्षक दल के सदस्यों द्वारा बुलंदशहर में एक पुलिस अधिकारी सुबोध कुमार सिंह की हत्या की निंदा की। एलजीपी ने कहा कि इस घटना ने यूपी में तेजी से खराब हो रही कानून और व्यवस्था की स्थिति और राजनीतिक नेतृत्व की पूरी विफलता का खुलासा किया है।
पार्टी के प्रवक्ता ने मंगलवार को यहां कहा कि ऐसी घटना राजनीतिक समर्थन और झुकाव के बिना संभव नहीं है, तथा जो घटना अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों तक सीमित थी, अब पुलिस बल को भी प्रभावित करने लगी जिसके परिणामस्वरूप पुलिस अधिकारी की हत्या हुई जो उत्तेजित भीड़ को शांत करने की कोशिश कर रहा था। प्रवक्ता ने कहा कि स्थिति से निपटने में राजनीतिक नेतृत्व पूरी तरह से नाकाम रहा है और अब हालत यहाँ तक पहुंच गयी है कि यूपी में भीड़ के सामने पुलिस बल भी सुरक्षित नहीं है। प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अन्य चुनावी राज्यों में यूपी का सपने बेच रहे हैं और उसी दौरान बुलंदशहर में हुई इस घटना ने कानून और व्यवस्था के मोर्चे पर राज्य की छवि को बुरी तरह खराब कर दिया है। प्रवक्ता ने याद दिलाया कि जुलाई में सुप्रीम कोर्ट ने देश में बढ़ती भीड़ हिंसा की संस्कृति की निंदा की थी और उन्होंने राज्य सरकार से इन गंभीर अपराधों में शामिल लोगों के खिलाफ अनुकरणीय दंड देने के लिए कहा था फिर भी इस मुद्दे पर कोई सकारात्मक कार्यवाही सरकारों ने नहीं किया प्रवक्ता ने टिप्पणी की।
बुलंदशहर घटना से देश भर में पैदा हुई चिंता की ओर ध्यान दिलाते हुए प्रवक्ता ने कहा कि सशक्त होते सांप्रदायिक तत्वों की बढ़ती गतिविधियां और सोशल मीडिया पर नकली खबरों के प्रसार के कारण हालात और भी खराब हो गए हैं। प्रवक्ता ने कहा कि अपराधों को रोकने के लिए कानूनों की कोई कमी नहीं है लेकिन सरकार में राजनीतिक कारणों से अपराध को नियंत्रित करने की इच्छा समाप्त सी हो गई है। प्रवक्ता ने कहा कि गो रक्षा के अलावा, बच्चे उठाने और बलात्कार जैसी नकली खबरों की संख्या मैं पिछले कुछ से तेजी आई है और इस मामले में केंद्रीय और राज्य सरकारें अपनी जिम्मेदारियों से खुद को अलग नहीं कर सकती हैं। प्रवक्ता ने कहा कि यूपी में बीजेपी सरकार की बिगड़ी छवि को कोई मुआवजा धनराशि नहीं मिटा सकता है। प्रवक्ता ने कहा कि 201 9 के लोकसभा चुनाव के साथ तेजी से बीजेपी नेताओं ने कानून और व्यवस्था की समस्या पैदा करने के लिए जिम्मेदार सांप्रदायिक तत्वों को खुश करने के लिए अपने सांप्रदायिक अध्यायों को बढ़ा दिया है। असहिष्णुता के प्रचलित माहौल की निंदा करते हुए प्रवक्ता ने कहा कि नई भीड़ हिंसा संस्कृति ने लोकतंत्र को चुनौती दी है और सामाजिक ताने बाने को नष्ट कर दिया हैं।

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