सितंबर 2016 में ही हुई थी पहली सर्जिकल स्ट्राइक – लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह
बालाकोट एयर स्ट्राइक को बताया बड़ी उपलब्धि
कहा, पाक जारी रखना चाहता है छद्म युद्ध, सीमा पार आतंकी ढांचा बरकरार
इस साल अब तक 86 आतंकी ढेर, 20 पकड़े गए
उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने इस बात पर मुहर लगा दी कि भारतीय सेना ने पहली सर्जिकल स्ट्राइक 09 सितंबर 2016 को ही की थी। साथ ही उन्होंने बालाकोट एयर स्ट्राइक को भी बड़ी उपलब्धि बताया है। सोमवार को श्रीनगर में पत्रकार वार्ता में सिंह ने कहा, ‘कुछ दिनों पहले डीजीएमओ (महानिदेशक सैन्य ऑपरेशन) ने एक आरटीआई के जवाब में कहा था कि पहली सर्जिकल स्ट्राइक सितंबर 2016 में हुई थी। राजनीतिक दल क्या बात करते हैं, इस पर मैं कुछ नहीं कहूंगा। सरकार उन्हें जवाब देगी। जो मैंने आपको बताया, वह तथ्य है।’ सिंह ने यह जवाब 2016 से पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक होने के सवाल पर दिया।
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कई कांग्रेसी नेताओं ने दावा किया था कि यूपीए राज में भी भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक की थीं। इस पर चुनाव प्रचार में भाजपा ने कटाक्ष किया था। पूर्व सैन्य प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने उनके कार्यकाल में सर्जिकल स्ट्राइक से इनकार करते हुए कांग्रेस पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। कांग्रेस ने दावा किया था कि यूपीए कार्यकाल में छह सर्जिकल स्ट्राइक की गई थीं। इससे पहले अटल सरकार में भी तीन स्ट्राइक हुई थीं। कांग्रेस के इस दावे का अब तक ना तो सेना और ना ही सरकार की तरफ से कोई खंडन आया है। गौरतलब है कि बालकोट हमले के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा था पिछले चार वर्षों में सेना ने तीन सर्जिकल स्ट्राइक की हैं, जिसका ब्यौरा देने से उन्होंने इनकार किया था।
बालाकोट एयर स्ट्राइक को बताया बड़ी उपलब्धि
लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायुसेना की सर्जिकल स्ट्राइक की प्रशंसा करते हुए इसे बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा, ‘यह वाकई एक बड़ी उपलब्धि थी, जब हमारे एयरक्राफ्टों ने दुश्मन की सीमा में दूर तक जाकर आतंकी ठिकानों को तबाह किया। पाकिस्तान ने अगले ही दिन एलओसी के बहुत करीब एयर ऑपरेशन किया लेकिन उसे जबरदस्त जवाबी कार्रवाई का सामना करना पड़ा।
सीमा पार आतंकी ढांचा बरकरार
लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह के मुताबिक पाकिस्तान लगातार एलओसी पर देश विरोधी गतिविधियों में जुटा हुआ है। हालांकि, जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति अब नियंत्रण में है। पत्रकारों से उन्होंने कहा कि सीमा के उस पार आतंक का ढांचा बरकरार है। सीजफायर उल्लंघन, सीमा पार घुसपैठ, ड्रग्स तस्करी और जाली नोटों के जरिए पाक भारत के खिलाफ गतिविधियां कर रहा है। वह भारत के खिलाफ छद्म युद्ध जारी रखना चाहता है। उन्होंने आश्वस्त किया कि सेना नापाक कोशिशों को नाकाम करने में सक्षम है। साथ ही बताय कि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर भी शांति है। हम चीन के साथ शांति तथा भाईचारा कायम रखने में सक्षम हैं। यदि कोई घुसपैठ की कोशिश होती है तो इसके लिए तय मैकेनिज्म के जरिये इसका निदान किया जाता है।
86 आतंकी ढेर, 20 पकड़े गए
उत्तरी कमान प्रमुख ने कहा कि पिछले चार महीनों में आतंकवादियों के मारे से कई दहशतगर्द हिंसा का रास्ता छोड़कर घर लौटकर मुख्य धारा में शामिल हो गए। इस साल अब तक सेना ने 86 आतंकवादियों को मारा है। 20 आतंकवादियों को पकड़ा है। आतंक के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। काफी संख्या में दहशतगर्द अभिभावकों, शिक्षकों और बुजुर्गों की मदद से मुख्यधारा में लौटाए जा सके हैं।
पीर पंजाल में आतंकवाद को नहीं होने देंगे जिंदा
लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने कहा कि जम्मू संभाग के पीर पंजाल में किसी भी सूरत में आतंकवाद को दोबारा जिंदा नहीं होने दिया जाएगा। फिलहाल संभाग में आतंकियों की मौजूदगी की कोई विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं है। यहां भी आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।
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