सोनभद्र तहसील दिवस के दौरान जमीन की सुनवाई पर विवादित जमीन पर मारे गए आदिवासियों का कब्ज़ा होना बताया गया था
सोनभद्र-
आरोपी प्रधान यज्ञवत भूर्तिया का कहना है कि रिचा शर्मा और आशा मिश्रा (दोनों आई ए एस अफसरो भानु प्रताप शर्मा और प्रभात कुमार मिश्रा की पत्नी है ) की भूमिधरी की जमीन का वर्ष 17अक्टूबर2017 को बैनामा कराया ।
यह बैनामा 11 लोगों को हुआ उसके पूर्व इस जमीन पर कोई विवाद नहीं था।
बैनामा के 22 दिन बाद कैलाश पुत्र जीत राय एवं रामराज पुत्र बहादुर इन लोगों ने दूरदराज और मध्य प्रदेश के रिश्तेदारों को इकट्ठा कर टीम बनाया और सोसायटी की 800 बीघे की जमीन पर कब्जा किए।
इसके अलावा 200 हेक्टेयर जमीन पर वर्ष 2013 -14 में जंगल की जमीन पर कब्जा किए।
जंगल की जमीन से प्रशासन द्वारा कब्जे को खाली करा दिया गया था।
वहीं घटना के संबंध में बताया कि 14 जुलाई को कैलाश पुत्र जीत राय ने बताया कि सारे मुकदमे जीत गए हैं कोई भी बात अब नहीं है और गांव वालों को समझा दिया है कोई विवाद नहीं है आप अपने जमीन पर जोत कोड कर सकते हैं ।
तहसील दिवस के दौरान जमीन की सुनवाई पर विवादित जमीन पर मारे गए आदिवासियों का कब्ज़ा होना बताया गया था
जमीन के आवंटन में किया गया बड़ा खेल
पहले सोसाइटी के नाम कराया गया जमीन का आवंटन
उस वक़्त के वर्तमान दो आईएएस भानु प्रताप शर्मा और प्रभात कुमार मिश्रा ने अपनी अपनी पत्नियो के नाम सोसाइटी ककी जमीन करायी
2018 को खुद तहसिल दिवस में जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह की रिपोर्ट में ये आया कि इस जमीन पर आदिवासियों का कब्ज़ा पूर्वजो के जमाने से चला आ रहा है
विवाद को लेकर ये निर्देशित भी किया गया था की इसको लेकर कोर्ट में अपना पक्ष रख सकते है
आदिवासियो ने सिविल कोर्ट में मामला रखा जो अभी विचाराधीन है