डेली न्यूज़ एंड व्यूज संवाददाता
लखनऊ, 23 सितंबर: लोग पार्टी ने आज कहा कि गांवों में विकास के लिए राज्य सरकार की नीतियां लचर है और इसने केवल मुद्दे पर भ्रामक नारेबाजी का सहारा लिया है। पार्टी ने कहा कि पिछले तीन वर्षों के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति में शायद ही कोई सुधार हुआ है। भ्रष्ट निचले स्तर के सरकारी तंत्र गरीब लोगों को बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने में असफल रहा है जिसकी वजह से ग्रामीण इलाकों से पलायन बहोत तेज़ी से बढ़ा है। पार्टी ने कहा कि महामारी ने गांवों की स्थिति को और खराब कर दिया है।
पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि ग्रामीणों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि भ्रष्टाचार से ग्रस्त आधिकारिक प्रणाली रिश्वत लिए बिना सुविधाएं देने के लिए तैयार नहीं है। प्रवक्ता ने कहा कि सरकार का ”हर गांव में विकास” का दावा सिर्फ कागजों पर है, जब की जमीनी हकीकत सबसे खराब है। गरीब लोग सबसे अधिक घृणित स्थिति में रह रहे हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि गरीब लोगों को मकानों के निर्माण और भूमि पट्टों का आवंटन करने के नाम पर लूट मची है क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के राजनेताओं और अधिकारियों की एक बड़ी संख्या पैसे की उगाही में लगी है। प्रवक्ता ने कहा कि लोग पार्टी गरीब लोगों की बड़ी संख्या में प्रधानों और अधिकारियों के बारे में शिकायतें लेकर आई है, जो गरीब लोगों से पैसे की मांग करते हैं। प्रवक्ता ने कहा कि राजनीतिक संरक्षण के तहत यह रैकेट अनियंत्रित हो रहा है।
प्रवक्ता ने कहा कि यूपी सरकार की प्राथमिकताएं वास्तव में दिशाहीन हैं क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है जहां भाजपा सरकार ने पिछले तीन वर्षों के दौरान बुनियादी सुविधाओं में सुधार नहीं किया है।
प्रवक्ता ने कहा कि विभिन्न मोर्चों पर गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे किसान समुदाय को भाजपा सरकार के साथ धोखा महसूस हो रहा है जिसने उनके कष्टों को कम करने का वादा किया था। लोग पार्टी का विचार है कि किसानों के मुद्दों पर समग्र दृष्टिकोण रखने और उन्हें प्रभावी ढंग से संबोधित करने की तत्काल आवश्यकता है।