यूपी में कोविड-19 के मरीज का कोई भी निजी और सरकारी हॉस्पिटल इलाज से इनकार नहीं कर सकता सरकार उठाएगी खर्चा : सीएम योगी

बीते 24 घंटे में 35614 नए मामले आए और 25,633 लोग कोरोना को मात देकर हुए ठीक

पंकज चतुर्वेदी

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए टीम-11 के साथ बैठक में निर्देश दिए हैं कि, कोई भी निजी अथवा सरकारी अस्पताल किसी भी कोविड मरीज के उपचार से इनकार नहीं कर सकता। सरकार इनके उपचार का खर्च वहन करेगी, लेकिन मरीज को तुरंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए। एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव आए लोगों को समुचित इलाज उपलब्ध कराया जाए। बीते 24 घंटे में 35614 नए मामले आए और 25,633 लोग कोरोना को मात देकर ठीक हुए बीते 24 घंटे में यूपी में 2 लाख 30 हज़ार टेस्ट किए गए जो अब तक का सबसे अधिक 1 दिन में किया गया टेस्ट गया। और इसमें भी 1 लाख 7 हजार से ज्यादा RTPCR टेस्ट किए गए हैं।

मुख्यमंत्री के साथ इन मुद्दों पर हुई टीम इलेवन की चर्च

-1 मई से शुरू होने जा रहे टीकाकरण अभियान के लिए यूपी सरकार ने कोवैक्सीन और कोविशिल्ड के 50-50 लाख डॉज का आर्डर कंपनियों को दिया है, कुल 1 करोड़ डोज का आर्डर दिया गया है। इसके अलावा केंद्र सरकार से तरफ से भी वैक्सिन उपलब्ध कराई जाएगी
– 18 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों के निःशुल्क टीकाकरण का निर्णय लेने वाला पहला राज्य उत्तर प्रदेश है। एक मई से प्रारंभ हो रहे इस वृहद टीकाकरण अभियान के संबंध में भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएं।
– डीआरडीओ के सहयोग से लखनऊ और वाराणसी में स्थापित कराए जा रहा कोविड हॉस्पिटल अति शीघ्र चालू हो जाएगा। स्वास्थ्य विभाग सम्बंधित अधिकारियों से संपर्क स्थापित कर डीआरडीओ को सभी आवश्यक संसाधन मुहैया कराए। इन अस्पतालों के संचालन से प्रदेश के चिकित्सा संसाधन और सुदृढ़ होंगे।

– आईआईटी कानपुर, आआइएम लखनऊ और आईआईटी बीएचयू के सहयोग से ऑक्सीजन की ऑडिट कराने की कार्यवाही कराई जाए। इसी प्रकार, लखनऊ के एकेटीयू, गोरखपुर में एमएमएमयूटी, कानपुर में एचबीटीयू और प्रयागराज में एमएनआईटी से संपर्क स्थापित कर ऑक्सीजन ऑडिट कार्य में सहयोग लिया जाए। इन संस्थानों को इनके समीपस्थ अलग-अलग जिले आवंटित कर ऑडिट कराया जाए। ऑक्सीजन मांग-आपूर्ति-वितरण की लाइव ट्रैकिंग कराने की व्यवस्था लागू हो गई है। इसे प्रभावी बनाया जाए।

– यह युद्धस्तर पर किए गए प्रयासों का ही नतीजा है कि आज उत्तर प्रदेश में अन्य राज्यों की तरह हाहाकार की स्थिति नहीं है। ऑक्सीजन आपूर्ति सामान्य है। भारत सरकार ने प्रदेश का आवंटन बढ़ाया है। इसकी आपूर्ति यथाशीघ्र प्रदेश में कराई जाए।ऑक्सीजन एक्सप्रेस जैसे अभिनव सहयोग से बड़ा लाभ हुआ है। ऑक्सीजन एयरलिफ्ट भी कराई जा रही है। निजी हो या सरकारी, किसी कोविड हॉस्पिटल में ऑक्सीजन का अभाव नहीं है।

– ऑक्सीजन टैंकरों की संख्या बढ़ाये जाने की जरूरत है। परिवहन विभाग इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही करे। इसके अलावा, टैंकरों की आपूर्ति के लिए भारत सरकार से भी सहयोग प्राप्त किया जाए।

– प्रदेश के 100 बेड से अधिक क्षमता वाले सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने की कार्यवाही तेजी से आगे बढ़ाई जाए। यह शासन की शीर्ष प्राथमिकता का कार्य है।

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