भीड कम करने के लिए 12 से 16 सप्ताह में मिलेगी दूसरी खुराक
नई दिल्लीः राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह ने गर्भवती महिलाओं को भी टीेका लगाए जाने की सिफारिश की है। साथ ही भीड कम करने के लिए वैकसीन की दूसरी खुराक 12 से 16 सप्ताह में देने का सुझाव भी दिया है। विशेषज्ञों ने भी वैक्सीन की दो खुराक के बीच का अंतर बढाने के सुझाव का समर्थन किया है। उनका मानना है कि गाजियाबाद-नोएडा जैसे शहरों में जहां वैक्सीन केंद्रों की संख्या कम है, टीका लगवाने के लिए लोगों की भीड उमड रही है, जिससे सोशल डिस्टेसिंग की धज्जियां उडने से कोरेाना का खतरा भी बढ रहा है। वैक्सीन की दो खुराक के बीच 12 से 16 सप्ताह का अंतर रखने से भीड कम होने के साथ ही कोरोना का खतरा भी कम होगा। साथ ही दो खुराक का अंतर बढाने से स्वास्थ्य पर कोई विपरीत असर भी नहीं पडेगा। इससे स्टाॅक की कमी को भी दूर करने में भी मदद मिलेगी। नाडा जैसे देशों में भी यह अंतर तीन से चार महीने का है। राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह ने भी वैक्सीन की दो खुराक के बीच अंतर बढाने के साथ गर्भवती महिलाओं के प्रसव के बाद टीका लगाने का सुझाव भी दिया है। इन सिफारिशों को राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह के अनुमोदन के बाद ही लागू किया जाएगा। तीन महीने में यह दूसरी बार है कि जब खुराक अंतराल को बढाया गया है। इससे पहले मार्च माह में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 28 दिनों के अंतराल को बढ़ाकर छह से आठ सप्ताह का किया गया था। तीन महीने के अंदर दूसरी बार बढाने को लेकर कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि पहले दूसरी खुराक का समय चार सप्ताह बाद का रखा गया था। उसके बाद इसे बढाकर छह से आठ सप्ताह का किया गया और अब इसे बढाकर 12 से 16 सप्ताह किया जा रहा है। इसका कारण हमारे पास टीकों के पर्याप्त स्टॉक ना होना है या पेशेवर वैज्ञानिक ऐसा करने की सलाह दे रहे हैं।