अयोध्या विवाद का शांतिपूर्ण कानूनी समाधान ही एकमात्र विकल्प -लोक गठबंधन पार्टी

अर्बन मिरर समवाददाता

नई दिल्ली, 28 सितंबर: लोक गठबंधन पार्टी ने आज अयोध्या विवाद के शांतिपूर्ण और सुखद कानूनी समाधान की आशा व्यक्त की, जिसके कारण दशकों से देश में सांप्रदायिक माहौल खराब हो गया। एलजीपी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में लंबित ज़मीनी विवाद के सूट का कानूनी समाधान देश के लिए जरूरी है।
पार्टी के प्रवक्ता ने 2 9 अक्टूबर से सुनवाई शुरू करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए शुक्रवार को कहा कि इस भूमि विवाद के मुद्दे को लेकर देश के राजनीतिज्ञों ने सामाजिक ताने बाने को भारी नुकसान पहुंचाया है और 201 9 के चुनावों के दौरान एक बार फिर सांप्रदायिक ताकतों द्वारा इस मुद्दे को लेकर तनाव बढ़ाने की संभावना बढ़ रही है। इस प्रकार एलजीपी ने लोगों को आगामी चुनावों के दौरान इन तत्वों की घटिया मानसिकता के बारे में सतर्क रहने के लिए कहा है।
प्रवक्ता ने लोगों से सांप्रदायिक और जातिवादी राजनीतिक ताकतों से पीछा छुड़ाने की अपील की है, जिसने देश को आपदा के कगार पर धकेल दिया है। प्रवक्ता ने चिंता व्यक्त की कि जब भारतीय राष्ट्र को तेजी से विकासशील दुनिया भर में नफ़रत और एक दूसरे के खिलाफ कट्टरता से भरी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
प्रवक्ता ने कहा कि इस समय जब देश में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और कुशासन के साथ गम्भीर सामाजिक-आर्थिक समस्याएं व्याप्त हैं, जो पूरे तंत्र पर ऑक्टोपस जैसी पकड़ बना रही हैं, तो गरीब लोगों को सांप्रदायिक घृणा और जाति विभेद करने के लिए उकसाया जा रहा है । प्रवक्ता ने लोगों से अपील की कि एलजीपी के आंदोलन में शामिल होने का आहवाहन किया और कहा कि जाति , धर्म और काले धन से देश की राजनीति को मुक्त किए बिना देश आगे नहीं बढ़ सकता ।

प्रवक्ता ने कहा कि विभाजनकारी मुद्दों पर ऊर्जा बर्बाद करने के बजाय, देशभर में सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और प्रशासनिक सुधारों पर पूरी तरह से ध्यान देकर गरीबी को खत्म करने और पूरे देश के विकास के लिए मार्ग प्रशस्त करने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए ।प्रवक्ता ने कहा कि एलजीपी ने बिना किसी भेदभाव के समाज के हर वर्ग के कल्याण करने के लिए योजना तैयार की है। प्रवक्ता ने कहा कि एलजीपी का मानना ​​है कि सरकारी योजनाओं को विभिन्न विभिन्न समुदायों के बीच भेद भाव किए हुए तैयार किया जाना चाहिए।

Share via

Get Newsletter

Most Shared

Advertisement