गम्भीर कृषि संकट का सामना कर रहे किसान: लोक गठबंधन पार्टी

अर्बन मीरर समवाददाता

नई दिल्ली, 16 जनवरी: लोक गठबंधन पार्टी (LGP) ने आज कहा कि कृषि उत्पाद की कम होती क़ीमतों ने देश में कृषक समुदाय के लिए गम्भीर संकट पैदा कर दिया है। एलजीपी ने कहा कि एनडीए सरकार संकट को नियंत्रित करने में पूरी तरह से विफल रही है क्योंकि कृषि उत्पादों की कीमतें कम हो गई हैं और गैर-कृषि उत्पादों ने तेजी से ऊपर की ओर रूख किया है, जिस के कारण कम आय वाले किसान अधिक खर्च करने के लिए मजबूर हैं।

पार्टी के प्रवक्ता ने बुधवार को यहां कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार चालू वित्तीय वर्ष लगभग दो दशकों में कृषि आय के लिए सबसे खराब साल हो सकता है। प्रवक्ता ने कहा कि दिसंबर के लिए थोक मूल्य सूचकांक (WPI) के आंकड़ों ने जुलाई 2018 से शुरू होने वाले लगातार छह महीनों के लिए प्राथमिक खाद्य उत्पादों में नकारात्मक प्रवृत्ति का संकेत दिया। इसका मतलब है कि खाद्य कीमतें गिर रही हैं, और बढ़ती गैर- कृषि वस्तुओं की कीमतों ने लगातार बढ़ोतर्री दर्ज किया जिस कारण किसानों को व्यापार के मामले में घाटे का सामना करना पड़ा है। प्रवक्ता ने कहा कि वे अपने उत्पादों को सस्ता बेच रहे हैं, लेकिन उच्च दरों पर अन्य चीजें खरीद रहे हैं। प्रवक्ता ने कहा कि एनडीए सरकार ने किसानों की “आय दोगुनी” करने के बहुप्रचारित दावे को इसने गलत साबित कर दिया है। प्रवक्ता ने कहा कि भाषण बाज़ी और टोकन कार्यवाही को छोड़कर केंद्र सरकार ने शायद ही ऐसा कुछ किया हो जो कृषि क्षेत्र की पीड़ा को कम कर सके।

प्रवक्ता ने ऐसी स्थिति में एनआरईजीएस के तहत ग्रामीण मजदूरी में संशोधन और किसानों को एमएसपी सुनिश्चित करने के तरीके खोजने के बारे में सरकार का ध्यान दिलाया है। प्रवक्ता ने कहा कि पहले से ही कई राज्यों द्वारा किसानों के ऋण माफ करने का कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आया है, क्योंकि यह एक असम्बद्ध प्रक्रिया प्रतीत होती है और अब भाजपा शासित राज्यों में किसानों के बिजली के बिल माफ करने की तैयारी हो रही हैं। प्रवक्ता ने कहा कि एनडीए सरकार ने लंबे वादों के अलावा किसानों की पीड़ा को कम करने के लिए कुछ नहीं किया है। किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए वर्तमान कृषि नीति की ओवरहॉलिंग की मांग करते हुए, प्रवक्ता ने कहा कि पर्याप्त जमीनी ढांचे में बदलाव के बिना केवल घोषणाओं से स्थिति का समाधान नहीं होगा।

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