डेली न्यूज़ एंड व्यूज संवाददाता
देश में लॉकडाउन जारी है। देश भर के ऑफिस और रोड वीरान है लेकिन फिर भी महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध पहले की अपेक्षा में बढ़ गए हैं। अपराधी कोई न कोई रास्ता खोज ही लेते है। पहले की तुलना में विमिन पावर लाइन पर करीब 41 हजार शिकायतें ज्यादा आईं।
लॉकडाउन के दौरान फोन या साइबर गतिविधियों से महिलाओं के प्रति छेड़छाड़ का मामला बढ़ गया हैं और यह बेहद ही दुःखद और शर्मशार करने वाला है। पूरी दुनिया महामारी से जूझ रही है। कोरोना से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है लेकिन स्त्री विरोधी मानसिकता का खत्म होने का नाम नहीं ले रही है।
घरेलू कलह के 120 मामले निपटाए
एडीजी ने बताया कि अप्रैल के शुरुआत से हमारे पास घरेलू कलह के केस भी आने लगे थे। इन शिकायतों को दूर करने का काम थानों का होता है। लॉकडाउन के दौरान पीड़िताओं का थाने तक पहुंचना मुश्किल है, ऐसे में वे हमें कॉल कर रही हैं। हमने 40 काउंसलरों की टीम को घरेलू कलह से निपटने की ट्रेनिंग दिलवाई। 7 अप्रैल से हम ऐसे 120 शिकायतें निपटा चुके हैं।
शिकायतें थीं 23 फरवरी से 24 मार्च तक-2,18,000
शिकायतें आईं 25 मार्च से 24 अप्रैल के बीच-2,59,800
41,800 बढे केस में एडीजी ने बताया कि इनमें से कुछ केस पुराने हैं, जिनमें शिकायतकर्ताओं ने बताया कि उनके साथ फिर से मोबाइल पर अश्लीलता की गई।
1200 कॉल लॉकडाउन से संबंधित :
एडीजी विमिन पावर लाइन ने बताया कि 25 मार्च से 24 अप्रैल के बीच विमिन पावर लाइन पर कुल 2.61 लाख कॉलें आई थीं, जिनमें 1200 लॉकडाउन की दिक्कतों से संबंधित थीं। कुछ कॉलें यूपी के बाहर फंसे लोगों ने की थी और मदद मांगी थी। इन्हें संबंधित राज्यों की हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी गई। कई कॉलें राशन और दवा की उपलब्धता से संबंधित थीं। इन्हें संबंधित विभागों तक पहुंचा दिया गया है। हमने अपनी टीम को सारी हेल्पलाइन नंबरों की सूची उपलब्ध करवाई है ताकि मुसीबत में फंसे शख्स की हर संभव मदद की जा सके।
लॉकडाउन में बढ़ी 41,800 शिकायतें
एडीजी विमिन पावर लाइन अंजू गुप्ता ने बताया कि 25 मार्च से लेकर 24 अप्रैल के बीच विमिन पावर लाइन पर 2,59,800 महिलाओं ने कॉल कर अपनी शिकायतें दर्ज करवाईं। लॉकडाउन से पहले 23 फरवरी से 24 मार्च तक विमिन पावर लाइन पर शिकायतों की संख्या 2.18 लाख थी।