डेली न्यूज़ एंड व्यूज संवाददाता
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दावा करते आ रहे है कि चीन के वुहान शहर के लैब से कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैला जिसने अभी तक लाखों जिन्दगी लील ली है और यह मंजर अभी भी जारी है। मगर डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे के बिलकुल विपरीत विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्लूयएचओ के डॉक्टरों का मानना है कि कोरोना वायरस प्राकृतिक रूप से पैदा हुआ है, न कि चीनी लैब से।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस के प्रयोगशाला में बनाये जाने के सिद्धांतों को खारिज कर दिया और कहा है कि वह इसके स्रोत का पता लगायेगा ताकि दुबारा यह जानवरों से इंसानों में न आ सके। इस वायरस के कारण दुनिया भर में फैली महामारी ‘कोविड-19’ पर शुक्रवार को डब्ल्यूएचओ की नियमित प्रेस वार्ता में अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमन आपदा समिति की रिपोर्ट जारी की गई।
लैब से फैलने की बात का किया खंडन
समिति ने कोरोना वायरस के स्रोत का पता लगाने की सिफारिश की है। इस संबंध में पूछे जाने पर डब्ल्यूएचओ के स्वास्थ्य आपदा कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक डॉ. माइकल जे. रेयान ने कहा कि समिति की इस सिफारिश पर अमल किया जायेगा। हालांकि, उन्होंने कुछ वैज्ञानिकों के वायरस के प्रयोगशाला में बने होने के सिद्धांत को खारिज करते हुए कहा कि यह वायरस प्राकृतिक है।
कोरोना वायरस प्राकृतिक है: डब्लूएचओ
डब्लूएचओ के डॉ. रेयान ने कहा, ‘वुहान में वायरस के मूल के बारे में हमने बार-बार कई वैज्ञानिकों की राय सुनी है, जिन्होंने इस वायरस और संक्रमण फैलने के क्रम का अध्ययन किया है। हम पूरी तरह आश्वस्त हैं कि यह वायरस प्राकृतिक है। इस वायरस के प्राकृतिक आश्रय (जिस जीव में यह प्राकृतिक रूप से पाया जाता है) का पता लगाना महत्वपूर्ण है ताकि हम वायरस को और बेहतर समझ सकें। हम यह समझ सकें कि उस जीव के संपर्क में इंसान कैसे आया और इस क्रम में वायरस से इंसान किस प्रकार संक्रमित हो गया।’
डब्लूएचओ ने की चीन की तारीफ
उन्होंने कहा कि इस अध्ययन का उद्देश्य जन स्वास्थ्य के अनिवार्य उपाय करना है ताकि ऐसा दुबारा कहीं भी न हो सके। उन्होंने बताया कि डब्ल्यूएचओ इस पर काम कर रहा है और स्थानीय प्रशासन को इस अध्ययन में पूरा समर्थन देगा। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन में वुहान के अस्पतालों में कोरोना वायरस के किसी मरीज के भर्ती न रहने संबंधी खबरों का स्वागत किया और इस महामारी से निपटने में यहां के लोगों के अथक प्रयासों की सराहना की।
वुहान लैब पर ट्रंप ने क्या कहा था
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कहा कि उन्हें भरोसा है कि कोरोना वायरस चीन की प्रयोगशाला से उत्पन्न हुआ है और वह चीन के खिलाफ इस महामारी के अपयार्प्त प्रबंधन मामले में दंड़ के तौर पर आयात शुल्क बढ़ा सकते हैं। ट्रंप ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा था कि उन्होंने सभी सबूतों की जांच कर ली है और उन्हें पूरा भरोसा है कि कोरोना वायरस वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से उत्पन्न हुआ है। हालांकि, उन्होंने साक्ष्यों से संबंधित जानकारी साझा करने से इंकार किया है।
चीन को शुरू से संदेह की नजर से देख रहा अमेरिका
अमेरिका ने हाल के दिनों में कोरोना वायरस से निपटने के लिए चीन से सवाल किए हैं और बुधवार को अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने भी इस बात पर खेद व्यक्त किया था कि वायरस की उत्पत्ति के अध्ययन के लिये अंतरराष्ट्रीय समुदाय को वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी तक नहीं जाने दिया गया है। पोम्पियो ने कहा कि चीन में कई प्रयोगशालाएं संक्रामक रोगजनकों पर काम कर रही हैं और यह स्पष्ट नहीं है कि भविष्य में महामारियों की रोकथाम के लिए आवश्यक स्तर पर सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है या नहीं।