डेली न्यूज़ एंड व्यूज संवाददाता
लखनऊ, 07 मई: लोग पार्टी ने आज देश में प्रवासी मजदूरों की दुर्दशा पर गहरी चिंता व्यक्त की। पार्टी ने कहा कि लॉकडाउन के बाद इन गरीब मजदूरों को बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है।
भारत सरकार के पूर्व सचिव विजय शंकर पांडेय की अगुवाई वाली लोग पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा शासित कर्नाटक से आने वाली रिपोर्टों में कहा गया है कि राज्य सरकार ने इन मजदूरों को राज्य छोड़ने पर रोक दिया है, जो काफी परेशान करने वाला है। प्रवक्ता ने कहा कि कर्नाटक इन असहाय लोगों को व्यापार लॉबी के दबाव में बंधुआ मजदूरों की तरह व्यवहार नहीं कर सकती।
प्रवक्ता ने कहा कि देश के कई हिस्सों से लाखों लोग लॉकडाउन के बाद बाहर निकलने के लिए मजबूर हुए। प्रवक्ता ने कहा कि यहां तक कि हजारों लोगों ने अपने परिवारों के साथ अपने राज्यों में पहुंचने के लिए सड़कों पर पैदल यात्रा की।
प्रवक्ता ने कहा कि कुछ राज्य उन मजदूर के साथ बेहद शर्मनाक तरीके से पेश आ रहे हैं जिन राज्यों में उन्होंने लंबे समय तक काम किया था। उन्हें उनके नियोक्ताओं द्वारा छोड़ दिया गया है और यहां तक कि संबंधित राज्य सरकारें भी उनके बचाव में आने में विफल रहीं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि ये प्रवासी सभी प्रकार की आर्थिक गतिविधियों में प्रमुख कार्यबल हैं और यदि वे कोरोवायरस के संकट के बाद वापस जाने का फैसला नहीं करते हैं तो औद्योगिक और अन्य सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों को नुकसान होगा।
प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकारों, औद्योगिक और अन्य औपचारिक क्षेत्रों के साथ-साथ समाज को इस विशाल कार्यबल के विश्वास को फिर से हासिल करने के लिए प्रयास करना चाहिए, जो हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।