डेली न्यूज़ एंड व्यूज संवाददाता
लखनऊ, 09 जून: लोग पार्टी ने आज कहा कि यूपी की भाजपा सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति में सुधार के बारे में लंबे दावे करने के बावजूद गांवों में आपूर्ति सुनिश्चित नहीं कर पाई है। लोग पार्टी ने कहा कि ग्रामीण इलाकों से आई रिपोर्टों से पता चलता है कि बिजली संकट ने कृषि गतिविधियों को बुरी तरह प्रभावित किया है।
प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा कि सरकार केवल गांवों में बिजली आपूर्ति के बारे में सोशल मीडिया पर दावे कर रही है जबकि जमीनी हकीकत इसके ठीक विपरीत है। प्रवक्ता ने कहा कि अनियमित आपूर्ति किसानों के लिए बहुत सारी समस्याएं पैदा कर रही है। प्रवक्ता ने कहा कि बेहद खराब बुनियादी ढांचे वाले यूपी के गांवों को आठ से दस घंटे से अधिक की आपूर्ति नहीं मिल रही है। प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में पूर्ण विद्युतीकरण के बारे में भी दावा किया है, लेकिन यहां तक कि तार फैलाने का बुनियादी ढांचा अभी भी अधूरा है। प्रवक्ता ने कहा कि बिजली आपूर्ति के बारे में सरकार का दावा भ्रामक है। प्रवक्ता ने कहा कि कम आपूर्ति एक बड़ी समस्या है जिसे राज्य सरकार दूर नहीं कर पाई है और इसने खेती की गतिविधियों को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। प्रवक्ता ने कहा कि सरकार बड़े पैमाने पर ट्रांसमिशन घाटे का सामना कर रही है, जो वास्तव में बिजली कर्मचारियों और अधिकारियों के मिलीभगत के कारण है। प्रवक्ता ने कहा कि बड़े पैमाने पर लंबित भुगतानों के साथ यूपी में “ट्रांसमिशन लॉस” लगभग 50% है। प्रवक्ता ने कहा कि खुले बाजार में 1.31 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली की उपलब्धता के बावजूद यूपी सरकार इसे निजी कंपनियों से 7.93 रुपये प्रति यूनिट खरीद रही है, जिससे उपभोक्ताओं पर भारी बोझ पड़ रहा है।
प्रवक्ता ने कहा कि भ्रामक दावे करने से समस्या हल होने वाली नहीं है और केंद्र और राज्य सरकारों को आपूर्ति की स्थिति में सुधार के लिए ईमानदारी से प्रयास करने होंगे। प्रवक्ता ने कहा कि राज्य में ग्रामीण क्षेत्रों को व्यापक पैमाने पर स्वास्थ्य, बिजली, शिक्षा के साथ अन्य बुनियादी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जबकि सरकार सिर्फ कागजों पर अपनी सफलता के आंकड़े जारी कर रही हैं।