डेली न्यूज़ एंड व्यूज संवाददाता
तीसरे चरण के प्रचार के अंतिम दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बयान को लेकर आमने सामने आ गए हैं। कटिहार में जनसभा को संबोधित करते हुये योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर एनडीए सत्ता में आती है तो घुसपैठियों को बाहर कर दिया जाएगा। इसके जवाब में नीतीश कुमार ने किशनगंज की जनसभा में योगी आदित्यनाथ को चुनौती देते हुए कहा कि किसी में दम नहीं कि हिन्दुस्तान से किसी को बाहर कर सके। योगी के बयान से नितीश को काफी झटका लगा है और तीसरे चरण के मतदान में JDU का नुकसान होना तय है। योगी के बयान पर विपक्ष ने यह प्रचार शुरू कर दिया कि नीतीश कुमार भाजपा के सामने नतमस्तक है और भाजपा अपने एजेण्डे पर ही चल रही है।
इन बयानों से गठबंधन सहयोगी बीजेपी और जेडीयू की राय सीएए-एनआरसी के मुद्दे को लेकर एक नहीं लग रही है। नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोग दुष्प्रचार और फालतू बात करते रहते हैं। यहां से कौन किसी को देश से बाहर करेगा। इस देश में किसी में दम नहीं है कि हमारे लोगों को देश से बाहर कर दे। सब लोग हिन्दुस्तान के हैं। सब भारत के हैं। ये सब कैसी बात करते रहते हैं?
सीएम ने कहा कि आपने जब से मौका दिया है तब से समाज में प्रेम का, भाई चारे का और सद्भावना का माहौल पैदा किया। सबको एकजुट करने की कोशिश की है। कुछ लोग चाहते हैं कि समाज में झगड़ा चलता रहे। कोई काम करने की जरूरत नहीं है। हम तो काम करते रहते हैं। हमारा मकसद यही है कि जब सब लोग प्रेम से, भाईचारे से सद्भावना के साथ रहेंगे, तभी समाज आगे बढ़ेगा। लोग आगे बढ़ेंगे और तरक्की करेंगे।
तीसरे चरण में जिन 15 जिलों की 78 सीटों पर चुनाव है। उनमें 30 से ज्यादा सीटें सीमांचल क्षेत्र में शामिल है। इसके पहले रोजगार को लेकर नीतीश कुमार और भाजपा के बीच विरोधाभासी बयानबाज़ी हो चुकी है। तेजस्वी के 10 लाख रोजगार देने के वादे का नीतीश कुमार ने मजाक उड़ाया था लेकिन भाजपा ने जब 19 लाख रोजगार देने का वादा किया तो नीतीश कुमार को झटका लगा। इस तरह के और तमाम बयानबाज़ी गठबंधन के मतभेद को उजागर करते है। जिसका खामियाज़ा नीतीश कुमार को भुगतना पड़ेगा। 10 नवंबर को परिणाम आएंगे अभी तक जो स्थिति बनी है उसमे जन समर्थन को देखते हुए तेजस्वी नितीश पर बहुत भारी पड़ रहे है।