शिक्षा मंत्री की शिक्षा सचिवों के साथ हुई बैठक में परीक्षा को लेकर नहीं हुआ कोई फैसला
नई दिल्लीः सीबीएसई की कक्षा 12 की परीक्षा को लेकर अभी सस्पैंस कायम है। शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की सभी राज्यों के शिक्षा सचिवों के साथ हुई बैठक में परीक्षा को लेकर कोई फैसला नहीं हो सका। ऐसे में छात्र-छात्राओं की समझ में यह नहीं आ रहा है कि वे परीक्षा की तैयारी करें या नहीं। कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप को देखते हुए सीबीएसई की कक्षा 10 की परीक्षा पहले ही रद्द की जा चुकी है। कोरोना की जो स्थिति वर्तमान में हैं, उसमें परीक्षा कराने का मतलब बच्चों के जीवन को दांव पर लगाना है। इसी के चलते कक्षा 12 की परीक्षाओं को भी रद्द किए जाने की मांग हो रही है और इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका डाली जा चुकी है। शिक्षा विभाग के सूत्रों ने भी परीक्षा को रद्द किए जाने की बात कही थी। ऐसे में छात्र-छात्राओं के साथ उनके अभिभावकों की नजरें भी शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की सभी राज्यों के शिक्षा सचिवों के साथ होने वाली अहम बैठक पर थीं, मगर बैठक में परीक्षा को लेकर कोई घोषणा ना होने से उन्हें निराशा ही हाथ लगी। शिक्षा मंत्रालय परीक्षाओं को रद्द करने पर सहमत नहीं हुआ है, लेकिन उसने इसे अभी खारिज भी नहीं किया है। शिक्षा मंत्रालय ने पहले परीक्षा को लेकर 24-25 मई तक कोई फैसला हो जाने की बात कही थी। सीबीएसई ने भी कहा था कि अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। बैठक कोरोना की वर्तमान स्थिति पर ही फोकस रही। बैठक में कहा गया कि कोरोना व लाॅकडाउन के कारण नर्सरी दाखिले से लेकर पीएचडी पाठ्यक्रम तक प्रभावित हुए हैं। वर्तमान स्थिति व के तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए स्कूलों को अभी खोलना संभव नहीं लगता है। ऐसे में ऑनलाइन शिक्षा को बेहतर बनाने और सभी के लिए इसे उपलब्घ कराने पर ध्यान केंद्रित करना होगा।