अर्बन मिरर संवाददाता
नई दिल्ली: चुनाव में काले धन के वर्चस्व को लोक तंत्र पर सबसे बड़ा ख़तरा बताते हुए लोक गठबंधन पार्टी ने जारी एक बयान में कहा कि आज सभी पार्टी काले धन के दलदल में नाक तक डूबी हुई हैं । प्रवक्ता ने हाल में छपी मीडिया रेपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि लोक सभा में 80 % सदस्य करोड़ पती हैं जो यह प्रदर्शित करता है कि चुनाव किस प्रकार से सामान्य व्यक्ति की पहुँच से बाहर हो चुके हैं । आज के हालात में एन॰डी॰ए॰ सरकार द्वारा काले धन के ख़िलाफ़ जारी जंग को झूठ का पुलिंदा बताते हुए प्रवक्ता ने कहा कि यदि केंद्र सरकार ने ईमानदारी से काले धन को समाप्त करने के लिए ज़रूरी क़दम उठाए होते तो निश्चित तौर पर अबतक इस दिशा में देश को काले धन की त्रासदी से मुक्ति मिल गई होती ।
प्रवक्ता ने कहा कि उद्योग घरानो से जब तक राजनीतिक दलों को भारी धनराशि दिए जाने का रास्ता खुला रखा जाएगा तबतक चुनाव को काले धन के वर्चस्व से मुक्त किए जाने की बात किया जाना बेमानी होगा । इस दृष्टि से इलेक्टोरल बॉंड की स्कीम एक ऐसा क़दम माना जाएगा जिससे इस समस्या का समाधान करना तो दूर बल्कि इस से तो राजनीतिक दलों को चंदा देना और भी आसान हो गया है और जिसके दुशपरिणाम जल्दी ही सभी को दिखाई देने लगे गे ।
प्रवक्ता ने कहा कि लोक गठबंधन पार्टी का यह स्पष्ट विचार है कि जल्द से जल्द इस बात की जाँच करवाई जाए कि विभिन्न दलों के नेताओं जिनके पास जीविका चलाने का कोई भी साधन नहीं है तो फिर राजनीति में आने के बाद इन नेताओं के पास हज़ारों हज़ार करोड़ की सम्पत्ति , वाहन , नगदी कहाँ से आजाती है । प्रवक्ता ने कहा कि साफ़ तौर पर यह सारी सम्पत्ति रिश्वत के रूप में ही इन नेताओं के पास आयी जिसके लिए देश के क़ानून के अनुसार ऐसे सभी नेताओं को जेल की सलाखों के पीछे आज होना चाहिए ।