‘आप’ अकेला राजनैतिक दल है जो देश में,दुर्भाग्यवश पकड़े गये,अपराधियों तक का ध्यान रखता है।केवल मंत्री ही नहीं मुख्यमंत्री तक जेल में निवास कर के सुनिश्चित करते हैं कि जेल में सब कुछ ठीक-ठाक है।जेल मंत्री ने तो अपने जेल-प्रवास में अपनी मालिश करवा कर दिखा दिया कि दिल्ली की जेल तक विश्वस्तरीय है।
इतना सब करने के बाद भी अगर आप कहें कि ‘आप’ ने आप को धोखा दिया है,तो यह क्या आपकी ‘आप’ पर ज़्यादती नहीं है ?
प्रो. एच सी पांडे
नेता ऐसा चाहिए,जामें पार्टी समाय,
मंत्री जाएँ जेल में,नेता मौज उड़ाय।
आम आदमीं पार्टी में से अब,आम आदमी और पार्टी दोनों ग़ायब है,बस ख़ास आदमी रह गया है।पार्टी की यह ख़ासियत,आम आदमीं पार्टी के ख़ास आदमी के,न्यायालय में दिये गये बयानों से, खुल कर सामने आ गई है।नेता का हित सर्वोपरि है,इसलिए नेता को,इन्द्र-धनुष के हर रंग की झूठ बोलने की स्वतंत्रता है।झूठे वादे,झूठे वक्तव्य,और झूठे दावे।वादे कुछ,इरादे कुछ,और दावों की बारात।
छोटी गाड़ी,छोटा आवास,सभी भ्रष्टाचारियों पर मुक़दमे कर के उनको जेल भेजना,वैश्विक स्तर की शिक्षा और वैश्विक स्तर की स्वास्थ्य सेवाएँ आदि,आदि,सभी सुविचार,सत्ता में आते ही,नये रूप में अवतरित हुए हैं।सत्ता के जादू से नीली वैगन आर,अब एसयूवी गाड़ियों के चमचमाते क़ाफ़िले में परिवर्तित हो चुकी है,आवास इतना छोटा है कि उसके जीर्णोद्धार में केवल ४० करोड़ रूपये ही खर्च हुए।सारे भ्रष्टाचारी,आम आदमीं पार्टी के इक़बाल से,प्रदेश छोड़कर भाग निकले हैं,अत: दिल्ली कोई भी ग़ैरक़ानूनी हरकत नहीं होती।हॉं ,अगर पार्टी के किसी कार्यकर्ता को समझाना हो,तो पिटाई,खिंचाई,मुख्यमंत्री के आवास की चारदीवारी के भीतर की जा सकती है।’आप’ यदि आप को ठोके तो यह ‘आप’- आप, का मामला है,घर की बात है,ग़ैरक़ानूनी वाकया हरगिज़ नहीं है ।शिक्षा व्यवस्था में क्रांतिकारी भूचाल ला दिया है यह सिद्ध करके कि अधिकांश विद्यालयों में प्रधानाध्यापक आवश्यक नहीं हैं ,तथा,दो कक्षायें एक प्रकोष्ठ में चलाईं जा सकती हैं,और इतना पैसा बचाके भी वैश्विक स्तर की शिक्षा प्रदान करने का दावा ठोका जा सकता है।स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में,मोहल्ला क्लीनिक खोल कर आमूल-चूल परिवर्तन ला दिया है।चिकित्सालय भवन की ज़रूरत नहीं है किसी भी घर में एक-दो कमरे चिन्हित कर के,घर के बाहर यथोचित नामपट लगाकर मोहल्ला क्लीनिक स्थापित की जा सकती है।यहाँ आकर यदा-कदा डाक्टर साहब दर्शन दे जायें और ज़रूरी दवाइयों भी कभी-कभी मिल जायें इतना बहुत है।मंत्रिमंडल के सदस्य स्वयं इस बात का ध्यान रखते हैं कि उनके कारण मोहल्ला क्लीनिक में कहीं भीड़ न हो जाए और आमजन को असुविधा हो, इसलिए वे अपने इलाज के लिये महंगे निजी अस्पतालों में जाते हैं ।
‘आप’ पार्टी समझ चुकी है कि आज के युग में वास्तविकता नहीं,वास्तविकता का आभास महत्व रखता है।ऊँची दुकान दिखा कर फीका पकवान परोसना भी ग़ैरज़रूरी है ।सच पूछिए तो न दुकान किराए में लेनी है और नहीं पकवान बनाने की ज़रूरत है,क्योंकि उन पर होने वाले खर्च से बहुत कम में काम चल सकता है।जब शानदार दुकान और लज़ीज़ पकवान के चमचमाते विज्ञापन,बहुत कम रकम में,समाचार माध्यम में दे कर जनता को लुभाता जा सकता हैं,तो क्यों न प्रदेश का खर्चा बचा कर रचनात्मक कार्यों में लगाया जाए,जैसे,मुखिया को,वफादारों द्वारा,शीश नवाने को शीशमहल,वगैरह,वगैरह ।
‘आप’ अकेला राजनैतिक दल है जो देश में,दुर्भाग्यवश पकड़े गये,अपराधियों तक का ध्यान रखता है।केवल मंत्री ही नहीं मुख्यमंत्री तक जेल में निवास कर के सुनिश्चित करते हैं कि जेल में सब कुछ ठीक-ठाक है।जेल मंत्री ने तो अपने जेल-प्रवास में अपनी मालिश करवा कर दिखा दिया कि दिल्ली की जेल तक विश्वस्तरीय है।
इतना सब करने के बाद भी अगर आप कहें कि ‘आप’ ने आप को धोखा दिया है,तो यह क्या आपकी ‘आप’ पर ज़्यादती नहीं है ?
(प्रो. एच सी पांडे, मानद कुलपति, बिट्स, मेसरा हैं)